Harmony

भाषाई सौहार्द को सुदृढ़ करेगा 'भारतीय भाषा दिवस' का आयोजन

वर्तमान में भारत के शिक्षा क्षेत्र में भारतीय भाषाओं को‌ प्रोत्साहन दिए जाने के लिए निरंतर प्रयास हो रहे हैं। भारत का भाषाई परिदृश्य विश्व में सबसे अनूठा है। जहां एक ओर विश्व में भाषाई आधार पर राष्ट्र विभाजन के कई उदाहरण हैं जैसे यूरोप के देशों का उदाहरण या पाकिस्तान से बांग्लादेश के अलग होने के प्रमुख कारणों में से एक, वहीं दूसरी तरफ भारत में भाषाई विविधता से एकता के सूत्र मिलते हैं, विभिन्न भारतीय भाषाओं में रचित साहित्य में भारतीय संस्कृति के समन्वयकारी सूत्र प्राप्त होते हैं। वर्तमान समय में जब 'नए भारत' और 'आत्मनिर्भरता' के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हों, तब भाषाई दृष्टि से भी आत्मनि